Digital Computer Kya Hota Hai?

दोस्तों आपने भी विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों के बारे में  सुना होगा जिसमें आपको अलग-अलग कंप्यूटरों के नाम सुनने को मिले होंगे और इन्हीं नामों में से एक नाम डिजिटल कंप्यूटर भी है। इस आर्टिकल में हम What Is Digital Computer In Hindi के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे और देखेंगे कि इसे किस उद्देश्य से बनाया गया था और यह कितना सक्सेसफुल साबित हुआ है? 

जितने भी प्रकार के अलग-अलग कंप्यूटर्स है उनकी यह विभिन्नता चाहे उनके मॉडल के आधार पर हो चाहे उनकी परफॉर्मेंस या उनके आकार के आधार पर हो उन सभी को डेवलप करना समय की मांग अवश्य रही है। आज की इस डिजिटल दुनिया में कंप्यूटर्स के इंपोर्टेंस का अपना अलग स्थान है और इस जगत के विकास के लिए कंप्यूटर्स की अहम भूमिका रही है। कंप्यूटर का सीधा संबंध टेक्नोलॉजी से है और बिना टेक्नोलॉजी के हम अपने भविष्य को आज Imagine भी नहीं कर सकते हैं। 

What Is Digital Computer In Hindi

Digital Computer एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूजर से इनपुट डिवाइस की मदद से डाटा प्राप्त करता है तथा Input Devices इस डाटा को Binary फॉर्म में कन्वर्ट करके Central Processing Unit (CPU) को भेज देते हैं । इसके बाद प्रोसेसिंग यूनिट डाटा को प्रोसेस करके Output Devices के जरिए यूजर को उस फॉर्म में रिजल्ट देता है जिसे यूजर समझ सके।

Digital Computer को हम जो इनपुट देते हैं वह Video, Audio, Text, Image, Number या इनमें से किसी भी फोम में हो सकता है और इसके बाद इस डेटा को प्रोसेस करके CPU हमे जो भी रिजल्ट या इनफार्मेशन देता है, वो भी इनमे से किसी भी फॉर्म में हो सकती है। 

डिजिटल कंप्यूटर हमारे सारे डेटा को Binary Digits मैं प्रोसेस करता है जो 0 और 1 की फॉर्म में होते है। यह एक General Purpose के लिए यूज की जाने वाली Computing मशीन है जो गणना, डेटा प्रोसेसिंग और Information Storage जैसे विभिन्न कार्य कर सकती है। Digital Computers का ज्यादातर  Applications, Businesses, Science, Education, Communication, Entertainment तथा और भी अनेक कार्यो के लिए किया जाता है। 

What Is The Heart Of Digital Computer?

Digital Computer का Heart (दिल) उसके CPU यानी Central Processing Unit को कहा जाता है। CPU ही कंप्यूटर की सारी कमांड्स और सभी कॉम्पोनेंट्स को कंट्रोल करता है। CPU को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है क्यूंकि इसी के सहारे कंप्यूटर सारे Programs और Instructions को परफॉर्म कर पाता है। CPU कंप्यूटर के दूसरे कई इनपुट और आउटपुट Devices जैसे कीबोर्ड, माउस और मॉनिटर के साथ कम्युनिकेट करता है। अंततः कंप्यूटर के सभी सॉफ्टवेर प्रोग्राम्स के Instructions को फॉलो करने का काम CPU का होता है इसलिए इसे कंप्यूटर का Heart कहते हैं। 

कंप्यूटर में मौजूद CPU बहुत सारे sub-components से मिलकर बना होता है जिसमें Control Unit, Arithmetic and Logic Unit (ALU) और Registers आदि शामिल है। Control Unit मेमोरी से इंस्ट्रक्शंस को प्राप्त करती है इसके बाद उन्हें समझ कर ALU को आवश्यक गणना और ऑपरेशंस के लिए निर्देश देती है। इन Registers में वो डाटा होता है जिसे CPU को ऑपरेट करने की आवश्यकता होती है जैसे inputs, intermediate values और results.

यह components एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के Instructions को Execute करने के लिए काम करते हैं जो CPU को बताते हैं कि किस ऑपरेशन को किस तरह और किस क्रम में करना है।

How Many Types Of Digital Computer?

Digital Computers को सामान्य रूप से चार भागों में वर्गीकृत किया जाता है जो इस प्रकार है –

  1. Microcomputer
  2. Minicomputer
  3. Mainframe computer
  4. Supercomputer

Microcomputer

Microcomputer छोटा कंप्यूटर होता है जिसे खास तौर पर Individually यूज़ के लिए डिजाइन किया गया है। आमतौर पर इसमें एक microprocessor, memory, input/output interfaces और कुछ और अलग Components शामिल होते हैं जो हमें कई प्रकार के Computing Tasks करने की फैसिलिटी प्रदान करते हैं। Microcomputer को अनेक अलग-अलग कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिसमें word processing, gaming, internet browsing, programming आदि शामिल है।

What is Microcomputer in hindi?

Micro Computers का ज्यादातर homes, businesses, schools और ऐसी जगह इस्तेमाल किया जाता है जहां छोटे Individuals Computers की आवश्यकता होती है। Microcomputer को कुछ लोग Personal Computer, PCs के नाम से भी पुकारते हैं और कुछ लोगों के लिए ये रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा भी बन गए हैं। 

Minicomputer

Minicomputer, Mainframe Computer से छोटा और कम पावरफुल कंप्यूटर होता है लेकिन यह Microcomputer से ज्यादा बड़ा और पावरफुल कंप्यूटर होता है। यह माइक्रो कंप्यूटर से ज्यादा यूजर Capability और Larger Applications को हैंडल कर सकता है तथा उससे ज्यादा डाटा को एक साथ प्रोसेस कर सकता है। Minicomputers 1960s और 1970s के समय ज्यादा पॉपुलर थे लेकिन 1980s में पर्सनल कंप्यूटर्स के आने के बाद इनका यूज कम हो गया।

What is Minicomputer in hindi?

लेकिन अभी भी कुछ खास जगहों जैसे  industrial automation, scientific research, और military applications  मैं इनका यूज किया जाता है। जहां पर ज्यादा पावरफुल कंप्यूटिंग सिस्टम, हाई लेवल की विश्वसनीयता और सिक्योरिटी और ज्यादा users और  डाटा की आवश्यकता होती है वहां पर आज भी Minicomputers को यूज किया जाता है। Mobile phones, tablet PCs, laptops और डेस्कटॉप Minicomputers के उदाहरण है। 

Mainframe computer

Mainframe computer एक ज्यादा बड़ा और पावरफुल कंप्यूटर होता है जो एक साथ काफी डाटा को हैंडल कर सकता है और यह हाई लेवल की performance, reliability, और security प्रदान करता है। Mainframe computer ज्यादातर विशिष्ट डाटा सेंटर्स में रखे होते हैं और इनको ऑपरेट करने के लिए Dedicated स्टाफ की आवश्यकता होती है।

What is Mainframe computer in Hindi?

Mainframe computers का ज्यादातर यूज बड़े Organizations जैसे banks, insurance companies और government agencies मैं किया जाता है। इसके अलावा इनका यूज बड़े कॉरपोरेशन जैसे financial transactions, inventory control और airline reservation systems मैं किया जाता है। Mainframe computers को आमतौर पर एक ही समय में multiple users और प्रोसेसेस को हैंडल करने के लिए डिजाइन किया गया है। 

यह कंप्यूटर्स काफी हाई स्पीड से डाटा को एक्सेस कर सकते हैं और इनमें Storage Capacity भी काफी ज्यादा होती है और इनमें sensitive data को प्रोटेक्ट करने की सिक्योरिटी भी काफी हाई लेवल की होती है। 

Supercomputer

Supercomputer बाकी सभी Computers से सबसे जटिल समस्याओं को काफी ज्यादा हाई स्पीड में हल करने की हिम्मत रखते हैं। इनका ज्यादातर यूज़ weather forecasting और scientific research जैसी एप्लीकेशंस के लिए किया जाता है। इसके अलावा Supercomputers का यूज physics, chemistry और biology जैसी फील्ड में बड़ी गणना के लिए किया जाता है। 

What is Supercomputer in Hindi?

Super Computers का इस्तेमाल ज्यादातर वहां किया जाता है जहां पर standard computers गणना करने में फेल हो जाते हैं या जहां पर ज्यादा फारिजल्ट्स कीस्ट आवश्यकता होती है। 

Functional Components Of A Digital Computer

डिजिटल कंप्यूटर के Functional Components वे Devices या Physical पार्ट्स होते हैं जो किसी इंफॉर्मेशन या Task को परफॉर्म करने के लिए एक दूसरे के साथ काम करते हैं। Digital Computer के  functional components कुछ इस प्रकार है –

Input devices – Input Devices यूजर्स को कंप्यूटर के अंदर इंस्ट्रक्शंस और इनपुट डेटा प्रदान करने की फैसिलिटी प्रदान करते हैं यह Input Devices कीबोर्ड, माउस, माइक्रोफोन और स्कैनर आदि हो सकते हैं। 

Central Processing Unit (CPU) – CPU हमारे पूरे कंप्यूटर की इंस्ट्रक्शंस और कमांड को हैंडल करता है और यह बाकी के कॉम्पोनेंट्स को भी मैनेज करता है।

Memory – मेमोरी हमारे डाटा को CPU के लिए स्टोर करके रखता है जिसमें ऑपरेटिंग सिस्टम, Programs और यूजर का डाटा भी शामिल है।

Output devices – Output Devices की मदद से हमारे प्रोसेस हुए डाटा को monitor, printer या speaker के जरिए हम तक पहुंचाया जाता है। 

Storage devices – Storage Devices हमारे डाटा को तब भी स्टोर करके रखते हैं जब हमारा कंप्यूटर बंद होता है। ये Storage Devices कुछ इस प्रकार है – hard disk drives, solid-state drives, तथा USB flash drives आदि।

Communication devices – Communication devices हमारे कंप्यूटर को दूसरे Devices और नेटवर्क के साथ कम्युनिकेट करने की फैसिलिटी प्रोवाइड करते हैं। इन Devices में modems, Ethernet cards और wireless adapters शामिल है। 

Motherboard – Motherboard हमारे CPU में मौजूद मेन सर्किट बोर्ड होता है जिससे सभी कॉम्पोनेंट्स आपस में एक साथ जुड़े होते हैं और यह उन सबको आपस में कम्युनिकेट करने की अनुमति देता है । 

Power supply – यह हमारे पूरे कंप्यूटर और बाकी सभी कॉम्पोनेंट्स को चलाने के लिए जरूरी बिजली प्रदान करता है।

What Is The Difference Between Digital And Analog Computer? 

एक Analog Computer वोल्टेज, करंट या प्रतिरोध जैसे निरंतर परिवर्तनशील डेटा पर काम करता है। यह सूचना को Represent करने के लिए physical quantities का उपयोग करता है और उच्च परिशुद्धता के साथ complex mathematical operations को परफॉर्म कर सकता है। Digital Computers के आने से पहले वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग Applications में एनालॉग कंप्यूटर का बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता था। लेकिन अब डिजिटल कंप्यूटर्स की ज्यादा मांग और Flexibility के कारण Analog Computers का बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है। 

What Is The Difference Between Digital And Analog Computer?

इसके विपरीत डिजिटल कंप्यूटर Binary Digits 0 और 1 की Values पर काम करते है। यह Arithmetic और Logical Operations का उपयोग करके डाटा को प्रोसेस करता है और यह सारे डाटा को एक डिजिटल फॉर्म में सेव करके रखता है। डिजिटल कंप्यूटर में एनालॉग कंप्यूटर के मुकाबले ज्यादा पावर और ज्यादा डाटा को प्रोसेस करने की क्षमता होती है। Analog Computers Digital Computers के मुकाबले ज्यादा कॉस्टली होते हैं। हर प्रकार के कंप्यूटर की अपनी क्षमता और Limitations होती है। 

Block Diagram Of Digital Computer

यह डिजिटल कंप्यूटर का एक ब्लॉक डायग्राम है जिससे आप डिजिटल कंप्यूटर की कार्यप्रणाली को समझ सकते हैं –  

इस डायग्राम में इनपुट यूनिट वहां है जहां से कंप्यूटर को डाटा प्राप्त होता है जो कि keyboard, Mouse या और दुसरे Input Devices की मदद से प्राप्त होता है। इसके बाद यह डाटा मेमोरी यूनिट में स्टोर होता है। इसके बाद ही डाटा को CPU प्रोसेस करता है। इसके बाद Control Unit डाटा के प्रवाह और Computer की Commands को मैनेज करती है। इसके बाद प्रोसेस किए हुए डेटा को आउटपुट यूनिट के पास भेज दिया जाता है जो यूजर को स्क्रीन या पेपर पर प्रिंट के तौर पर मिलता है।

सबसे पहला डिजिटल कंप्यूटर कौन सा था और उसे किसने बनाया था?

सबसे पहला डिजिटल कंप्यूटर Atanasoff-Berry Computer (ABC) के नाम से जाना जाता है जिसे John Atanasoff और Clifford Berry ने बनाया था। Atanasoff-Berry Computer को Binary Digits का प्रयोग करते हुए एक साथ linear equations के सिस्टम को Solve करने के लिए बनाया गया था। यह सिस्टम काम करने के लिए बहुत सारे Switches और इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेंट्स का प्रयोग करता था। 

ये ABC कंप्यूटर general purpose computer नहीं थे और इनकी अपनी लिमिटेशंस थी लेकिन उस समय के लिए यह डिजिटल कंप्यूटर को बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था लेकिन इसने यह साबित कर दिया था कि डिजिटल कंप्यूटर Analog Computers से ज्यादा स्पीड और Accuracy के साथ परफॉर्म कर सकते हैं। 

इसके बाद John Mauchly और J. Presper Eckert द्वारा 1945 में दुनिया का सबसे पहला General Purpose डिजिटल कंप्यूटर Electronic Numerical Integrator Computer (ENIAC) बनाया गया। ENIAC एक काफी बड़ी मशीन थी जिसका वजन 30 टन था और इसमें 17000 से ज्यादा Vacuum Tubes से शामिल थी। इसे 2nd वर्ल्ड वॉर के समय में military applications के लिए तैयार किया गया था। 

भारत का सबसे पहला डिजिटल कंप्यूटर कौन सा था और इसे किसने बनाया था?

भारत का सबसे पहला डिजिटल कंप्यूटर TIFRAC (Tata Institute of Fundamental Research Automatic Calculator) था, जिसे Tata Institute of Fundamental Research (TIFR) में engineers और scientists की टीम ने 1960 के दशक की शुरुआत में मुंबई में बनाया था। 

Who Is The Father Of The Digital Computer?

सबसे पहले इलेक्ट्रिकल डिजिटल कंप्यूटर के Father या जनक John Vincent Atanasoff थे जो एक अमेरिकी physicist और inventor थे  जिन्होंने 1930 में दुनिया का सबसे पहला डिजिटल कंप्यूटर (ABC) बनाया था। हर प्रकार के कंप्यूटर का जनक अलग है।

What Are The Advantages Of Digital Computers?

Digital Computers के वैसे तो बहुत सारे फायदे हैं जिनमें से कुछ अहम फायदे नीचे बताए गए है – 

Speed – Digital Computers बड़ी मात्रा में डेटा को Process करने में तेज़ और कुशल होते हैं।

Accuracy – डिजिटल कंप्यूटर हाई लेवल की Accuracy के साथ एक्यूरेट गणना करने में सक्षम हैं।

Storage – डिजिटल कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को डिजिटल रूप में Storage कर सकते हैं, जिससे इसे एक्सेस करना, खोजना और Modify करना आसान हो जाता है।

Flexibility – डिजिटल कंप्यूटर Highly Flexible होते हैं और इन्हें कई प्रकार के कार्यों को करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है।

Reproducibility – जब Digital Computers किसी विशेष कार्य को करने के लिए उपयोग किए जाते हैं तो ये हर बार एक ही परिणाम Produce कर सकते हैं। 

What Computer Language Did Digital Computers Use?

बहुत सारे डिजिटल कंप्यूटर अपने अंदर यूज़ हो रही एप्लीकेशंस और हार्डवेयर के आधार पर Low-Level Language और High Level Language के कॉन्बिनेशन का इस्तेमाल करते हैं। Low-Level Language के अंदर Assembly और C लैंग्वेज आती है और High Level Language के अंदर हमारी Java और Python जैसी Languages आती है जो बहुत ज्यादा Complex डेटा को Analysis करने के काम आती है।

Is a Quantum Computer still a digital computer?

Quantum computers को पूर्णतया एक डिजिटल कंप्यूटर नहीं कहा जा सकता है लेकिन इन दोनों में कुछ समानताएं पाई जाती है। एक डिजिटल कंप्यूटर डाटा को परफॉर्म करने के लिए binary digits (bits) का इस्तेमाल करता है लेकिन Quantum computers इंफॉर्मेशन को प्रकट करने के लिए quantum bits (qubits)  को यूज करता है ।

Classical bits केवल 0 और 1 किस स्टेट में पाई जाती है लेकिन qubits एक साथ Multiple States में पाई जाती है जिसकी वजह से यह कुछ गणनाओ को डिजिटल कंप्यूटर से ज्यादा तेजी से कर सकता है। हालाँकि Quantum computers को अपनी qubits को Control और Measure करने जैसी यूनिक समस्याओ का सामना करना पड़ता है। Quantum computers को अभी भी ज्यादा बड़ी रेंज में यूज नहीं किया जाता है लेकिन यह cryptographyऔर optimization जैसी फील्ड में बड़ी कंपलेक्स प्रॉब्लम्स को हल करने की हिम्मत रखता है।

Last Word

आशा है इस आर्टिकल की मदद से आप What Is Digital Computer In Hindi  के बारे में अच्छे से जान पाए होंगे साथ ही आपको इससे रिलेटेड ऐसी इंफॉर्मेशन भी जानने को मिली होगी जो शायद आप  पहले नहीं जानते होंगे। 

अगर आपका इस टॉपिक से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो हमें जरूर बताएं और अगर आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगे तो इसे जरूरतमंद लोगों तक शेयर जरूर करें।

Hello friends, I am the founder of Mahakal-Blog. Blogging is my profession and my interest is in getting information about new things and sharing it with people through blogging. Our motive behind creating this blog is that we can provide you important information related to blogging and digital marketing in very simple language Hindi.

Share For Support:

Leave a Comment